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what is a artificial intelligence ( कृत्रिम बुद्धिमत्ता )

हाल ही में भारत सरकार ने कृत्रिमकृत्रिम बुद्धिमत्ता ( artificial intelligence- AI ) नीति आयोग एवं इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ( ministry of electronics and information technology ) के बीच मतभेद को हल करने हेतु एक समिति का गठन किया है। इस समिति में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विज्ञान के विभाग के सचिव, नीति आयोग के सीईओ और meity के सचिव शामिल है एवं इसकी अध्यक्षता मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन कर रहे हैं। भारत अपनी अर्थव्यवस्था को डेटन अर्थव्यवस्था बनाने के साथ-साथ सरकारी कामकाज को AI से जोड़ने हेतु प्रतिबंध है।

ज्ञातव्य है कि  कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यक्रम के लिए नीति आयोग ने 7,000 करोड़ रुपए के बजट हेतु वित्त समिति ( EFC ) से मंजूरी प्राप्त की है,Meity ने इसके लिए EFC  को 400 करोड़ रुपए का एक अलग प्रस्ताव भेजा था।

• What  is a artificial intelligence ( कृत्रिम बुद्धि क्या है )
    
•   मानव व्यवहार कंप्यूटर मॉडल ?

मनुष्य की तरह बाहरी व्यवहार करने वाले कार्यक्रम एक बात यह  हो सकती है मानव व्यवहार के  कंप्यूटेशनल मॉडल  बनाना" 

•  क्योंकि हम मानते हैं कि मनुष्य बुद्धिमान है इसलिए बुद्धिमान के मॉडल हैं। व्यवहार होना चाहिए एआई वहां टयूरिंग द्वारा एक महान कागज है जो वास्तव में इस से स्थापित करता है

आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या होता है

Ai का फुल फॉर्म है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या हिंदी में इसका अर्थ है कृत्रिम होशियारी या  कृत्रिम दिमाग. यह एक ऐसा सिमुलेशन है रिश्ते की मशीनों को इंसानी इंटेलिजेंस दिया जाता है या यूं कहें तो उनके दिमाग इतना उन्नत किया जाता है कि वह इंसानों की तरह सोच सके और काम कर सके.

यह खासकर कंप्यूटर सिस्टम में ही किया जाता है. इस प्रक्रिया में मुख्य तीन प्रोसेस शामिल है और वह है पहला लर्निंग (जिसमें मशीनों के दिमाग में इंफॉर्मेशन डाला जाता है और उन्हें कुछ रूल्स भी सिखाए जाते हैं जिससे कि वह रोज का पालन करके किसी दिए हुए कार्य को पूरा कर सकें ) 

•  दूसरा है reasoning ( इसके अंतर्गत मशीनों को ये instruct किया जाता है कि वह उन बनाए गए रूल्स का पालन करके  रिजल्ट की तरफ अग्रसर हो  जिससे कि उन्हें अप्रॉक्सिमेट्स या फिर डेफिनेट conclusion हासिल हो।

• तीसरा है self correction अगर हम एआई की पर्टिकुलर एप्लीकेशन की बात करें तो इसमें एक्सपोर्ट सिस्टम स्पीच रिकॉग्निशन और मशीन विजन शामिल है. आई या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कुछ इस प्रकार से बनाया गया है कि वह इंसानों की तरह ही सोच सके, कैसे इंसानी दिमाग किसी भी प्रॉब्लम को सीखती है फिर उसे प्रोसेस करती है,
फिर डिसाइड करती है कि क्या करना उचित होगा और फाइनली उसे कैसे सॉल्व करते उसके बारे में सोचती है.

उसी प्रकार की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मैं भी मशीनों को भी इंसानी दिमाग की सारी विशेषताएं दी गई हैं। जिससे वह बेहतर काम कर सके. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में सबसे पहले जॉन मैकार्थी ने दुनिया को बताया जो की एक अमेरिकन कंप्यूटर साइंटिस्ट थे, जिन्होंने सबसे पहले इस टेक्नोलॉजी के बारे में सन 1956 में The Dartmouth Conference मैं बताया आज यह एक पेड़ की तरह बहुत ही बड़ा हो गया है
और सारी रोबोटिक प्रोसेस आटोमेशन से एक्चुअल रोबोटिक्स 
तक सभी चीजें उसके अंतर्गत आते हैं। कुछ वर्षों में इसने बहुत पब्लिसिटी गेन कर ली थी क्योंकि इसमें बिग डाटा की  टेक्नोलॉजी भी शामिल हो चुकी है और इसकी दिन-ब-दिन बढ़ती हुई स्पीड साइज और वारियटी ऑफ डाटा बिजनेस से बहुत सी कंपनियां इस टेक्नोलॉजी को अपना बनाना चाहते हैं.

• example of artificial intelligence ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण ) 

आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत ही लोकप्रिय होता जा रहा है। बहुत से तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि 
AI हमारा भविष्य है, वैसे तो वर्तमान में भी हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पहले से ही बहुत ज्यादा उपयोग कर रहे हैं परंतु भविष्य में इसके और अधिक आगे जाने की संभावनाएं हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अच्छी तरह से समझने के लिए 
मुझे कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण प्रदर्शित हैं।

• सिरी ( siri I Phone application ) 
   
सिरी एप्पल के द्वारा उपलब्ध कराया गया है, तथा यह पर्सनल 
असिस्टेंट सबसे बेहतरीन उदाहरण है। परंतु यह सुविधा केवल आईफोन तथा आईपैड में ही उपलब्ध है।

इसके  द्वारा हमााारी भाषा को समझने केेे लिए मशीन लार्निंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा इसके जैसे ही डिवाइस का एलेक्सा, बिगसबी और गूगल भी है। 

•  टेस्ला ( Tesla )



 सिर्फ स्मार्टफोन ही नहीं ऑटोमोबाइल सेक्टर द्वारा भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आज के समय में बहुत उपयोग किया जाने लगा है। अगर आप कार पसंद करते हैं तो आपको टेस्ला की जानकारी जरूर होगी। टेस्ला से कनेक्ट होने के बाद
कार में सेल्फ ड्राइविंग टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन्स तथा प्रोडक्टिव कैपेबिलिटी जैसे फीचर ऑन हो जाते हैं।

•  GOOGLE AI ( गूगल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस )

गूगल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से आप बहुत सी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

 
जैसे- एजुकेशन के लिए आपको पढ़ाई की बहुत सारी जानकारी मिल जाएगी। इसमें आपको अपनी योग्यता को बढ़ाने के लिए भी कैटेगरी मिलती हैं, मजाक मस्ती अब बातचीत करने के लिए भी इसमें बहुत से अलग-अलग कैटेगरी हैं साथ ही यहां पर आपको अपने काम को आगे कैसे बढ़ाया जाए इसके लिए भी अलग से कैटेगरी मिल जाएगी।


• NESTA ( नेस्टा ) 

नेस्टा सबसे पुरानी और प्रसिद्ध AI स्टार्टअप की श्रेणी में आता है। सन 2014 मैं इसे गूगल द्वारा खरीद लिया गया है। किसके द्वारा प्रदान किया गया नेस्टा लर्निंग ,Thermosta हमारे प्रतिदिन के शब्द यूज और व्यवहार के आधार पर ऊर्जा को बचाने में मदद करता है। इस विधि के लिए nesta द्वारा Behavioural Algorithm का उपयोग किया जाता है ।

•  क्यों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की जरूरत है??

  मशीन इंसान से ज्यादा तेजी से सोच सकता है। ऐसे काम है जिसमें मशीन इंसान की तरह सोच और तेजी से काम कर सके
    *  उदाहरण के तौर पर अगर कोई कार स्पीड लिमिट से ज्यादा तेज चलाई गई है , तो उसका चालान सीधा उसके घर पर जाएगा ।

इसमें कैमरे के द्वारा नंबर प्लेट की फोटो ली गई है, उसे टैक्स में कंप्यूटर द्वारा कन्वर्ट किया जाएगा और उससे कार के ओनर के बारे में पता लगा सकते हैं। अगर यही काम इंसान करे तो वह इतनी तेज गाड़ी का नंबर प्लेट नहीं पढ़ पाएगा। तो इसलिए कई जगन पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की जरूरत है।




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